Tuesday, March 16, 2010

...और वो खुद भी बढ़ता चला जाता...

कोई 'राम' कहता तो लोग रूककर देखते, कोई 'अल्लाह' कहता तो लोग पलटकर देखते. जब वही कोई 'काम' कहता तो लोग बढ़ते चले जाते, 'आम' कहता तो लोग बढ़ते चले जाते. कारवां आगे बढ़ता, कुछ साथ चलते तो कुछ बढ़ते चले जाते. वो किसी को गिराते, ताली बजाते और बढ़ते चले जाते. एक मोड़ पर वो खुद गिर जाते, उठते और वही चाल चलते. और वो कोई सड़क पर गिरे लोगों को देखकर परेशां होता और खुद भी बढ़ता चला जाता...
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